माँ सिद्धिदात्री का पूजन नवरात्रि के आखिरी दिन, यानी नौवें दिन को किया जाता है। इस दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा करने से सभी सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं और आपका जीवन सुखमय बनता है।
पूजा की तैयारी
पूजा के लिए स्वच्छ और सुखमय रूप से बैठें।
एक सुंदर पोशाक पहनें और अपने हाथ सफाई से धो लें।
पूजा के लिए माँ सिद्धिदात्री की मूर्ति या फोटो तैयार करें।
पूजा के लिए कुमकुम, चावल, फूल, दीपक, और सुगंधित धूप की तैयारी करें।
पूजा की विधि
पूजा की शुरुआत करने से पहले माँ सिद्धिदात्री की प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
अपने आंचल में कुमकुम और चावल रखें और माँ के चरणों पर लगाएं।
फूलों की माला को माँ के गले में पहनाएं और मन्त्रों के साथ माला को पहले से तैयार रखें।
दीपक को जलाएं और धूप को उसके साथ दर्शाएं।
माँ सिद्धिदात्री के मंत्रों का जाप करें और उनकी पूजा करें।
पूजा के बाद, प्रसाद बाँटें और सभी को आशीर्वाद दें।
माँ सिद्धिदात्री की पूजा से सभी सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं और आपका जीवन सुखमय बनता है। माँ की कृपा आपके साथ रहे और आपके सभी इच्छाएं पूरी हों।
माँ सिद्धिदात्री की मंत्र
ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः।
इस मंत्र को पूजा के समय माँ के समक्ष बैठकर जाप करें। यह मंत्र माँ सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है और सभी सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।