माँ कात्यायनी का पूजन नवरात्रि के षष्ठे दिन, यानी छठे दिन को किया जाता है। इस दिन माँ कात्यायनी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और विवाह में आने वाली कठिनाइयों का निवारण होता है।
पूजा की तैयारी
पूजा के लिए स्वच्छ और सुखमय रूप से बैठें।
एक सुंदर पोशाक पहनें और अपने हाथ सफाई से धो लें।
पूजा के लिए माँ कात्यायनी की मूर्ति या फोटो तैयार करें।
पूजा के लिए कुमकुम, चावल, फूल, दीपक, और सुगंधित धूप की तैयारी करें।
पूजा की विधि:
पूजा की शुरुआत करने से पहले माँ कात्यायनी की प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
अपने आंचल में कुमकुम और चावल रखें और माँ के चरणों पर लगाएं।
फूलों की माला को माँ के गले में पहनाएं और मन्त्रों के साथ माला को पहले से तैयार रखें।
दीपक को जलाएं और धूप को उसके साथ दर्शाएं।
माँ कात्यायनी के मंत्रों का जाप करें और उनकी पूजा करें।
पूजा के बाद, प्रसाद बाँटें और सभी को आशीर्वाद दें।
माँ कात्यायनी मंत्र
ॐ देवी कात्यायन्यै नमः।
इस मंत्र को पूजा के समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके मन्त्रमुग्ध भाव से जाप करें। यह मंत्र माँ कात्यायनी की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है और आपके मनोकामनाएं पूरी होती हैं।